विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का हमारी जिंदगी में अहम स्थान है, और इसे केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित रखना उचित नहीं। इसी विचार को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वैज्ञानिक भ्रमण का आयोजन किया जा रहा है। यह भ्रमण उन लोगों के लिए एक अनूठा अवसर है, जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रेरित होकर हमारे देश की पारंपरिक शिल्प और उद्योगों को समझना चाहते हैं।
भ्रमण का मुख्य आकर्षण:
इस वैज्ञानिक भ्रमण का मुख्य आकर्षण हापुड़ का प्रसिद्ध पॉटरी और टेराकोटा क्लस्टर है। पॉटरी और टेराकोटा की कला हमारे देश की प्राचीन धरोहर है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। हापुड़ में कारीगर मिट्टी को खूबसूरत वस्तुओं में ढालते हैं, जिनका न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी निर्यात होता है। इस भ्रमण के दौरान, प्रतिभागी इस पारंपरिक कला के वैज्ञानिक और तकनीकी पहलुओं को जानने का मौका पाएंगे।
कार्यक्रम की तारीख और स्थान:
यह भ्रमण 10 अक्टूबर, 2024 को आयोजित किया जा रहा है। आयोजन का प्रबंधन जिला विज्ञान क्लब, मेरठ द्वारा किया जा रहा है, जो इस प्रकार की शैक्षिक और वैज्ञानिक यात्राओं के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाता है। जिला विज्ञान क्लब मेरठ द्वारा कल दिनांक 10 अक्टूबर को जनपद के बालकों को पॉटरी एवं टेराकोटा क्लस्टर हापुड़ का वैज्ञानिक भ्रमण कराया जा रहा है। यात्रा के लिए बस प्रातः 7:45 पर एन.ए.एस इंटर कॉलेज से प्रस्थान करेगी।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास:
इस प्रकार के भ्रमण केवल जानकारी प्रदान करने तक सीमित नहीं होते, बल्कि इसका उद्देश्य प्रतिभागियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सोच विकसित करना होता है। पॉटरी और टेराकोटा के निर्माण के दौरान उपयोग होने वाली भौतिक और रासायनिक प्रक्रियाओं को समझने से लेकर, कारीगरों द्वारा अपनाए गए परंपरागत तकनीकों और नवीनतम नवाचारों तक, यह भ्रमण एक व्यापक अनुभव प्रदान करेगा।
छात्रों और विज्ञान प्रेमियों के लिए सुनहरा अवसर:
यह कार्यक्रम खासकर उन छात्रों और विज्ञान प्रेमियों के लिए है, जो तकनीकी और वैज्ञानिक विकास के साथ-साथ भारतीय हस्तकला और उसकी गहराई को समझना चाहते हैं। विज्ञान की किताबों में जो पढ़ाया जाता है, इस भ्रमण से उसका वास्तविक अनुभव मिलेगा, जो प्रतिभागियों की समझ को और गहरा करेगा।
समाप्ति:
इस वैज्ञानिक भ्रमण का आयोजन न केवल हमारे पारंपरिक उद्योगों की समझ को बढ़ाने के लिए है, बल्कि यह समाज में विज्ञान और तकनीक के प्रति रुचि और सम्मान को भी बढ़ावा देने के लिए है। यदि आप विज्ञान में रुचि रखते हैं और भारत की हस्तकला की समृद्ध परंपरा को नजदीक से समझना चाहते हैं, तो यह यात्रा आपके लिए एक अनूठा अवसर साबित हो सकती है।
आइए, विज्ञान और कला के इस संगम का हिस्सा बनें और हापुड़ के टेराकोटा शिल्प की वैज्ञानिक यात्रा पर निकलें!